एसबी ब्यूरो
तेघड़ा (बेगूसराय) बेगूसराय। बरौनी खेल गांव स्थित यमुना भगत स्टेडियम में बरौनी ग्रामीण क्लब द्वारा आयोजित 12 फरवरी से पांच दिवसीय 25 वां सिल्वर जुबली अंतर्राज्यीय महिला फुटबॉल टूर्नामेंट का आगाज हुआ है। 16 फरवरी रविवार को फाइनल मुकाबला बेगूसराय और रानी लक्ष्मीबाई एक्सपोर्ट अकादमी के बीच खेला गया। जिसमें रानी लक्ष्मीबाई एक्सपोर्ट अकादमी की टीम ने बेगूसराय टीम को तीन-एक से पराजित करते हुए फाइनल मैच का विजेता घोषित किया गया। मैच आॅफ द सीरीज बेगूसराय के सुरुचि कुमारी को मिला वही मैन आॅफ द मैच रानी लक्ष्मीबाई स्पोर्ट अकादमी के श्रुति कुमारी को दिया गया।
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप में सीआरपीएफ के डीआईजी,अनुमंडल पदाधिकारी तेघड़ा राकेश कुमार एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद,तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में एयरफोर्स से सेवानिवृत्त वरीय पदाधिकारी भारतीय वायु सेवा से सेवानिवृत पदाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह उर्फ आनंद जी उपस्थित थे।
बरौनी ग्रामीण क्लब के द्वारा विजेता टीम विजेता रानी बाई लक्ष्मी स्पोर्ट्स अकादमी को विजेता का शील्ड एवं बेगूसराय को उपविजेता का शील्ड एवं विभिन्न उपहार देकर सम्मानित किया गया। फाइनल मैच के उद्घाटन के अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार एवं अन्य अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया।
वही अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने फुटबॉल को किक मार कर अंतिम दिन के फाइनल मैच का विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर एसडीओ राकेश कुमार ने कहा कि खिलाड़ियों को जीत का नशा नहीं और हार का गम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बरौनी खेल गांव कई दशकों से आगे है यहां के खिलाड़ी उत्कृष्ट प्रदर्शन को लेकर पूरे बिहार ही नहीं देश स्तर पर बरौनी गांव का नाम रोशन किया है। जिसके वजह से गांव का नामकरण बरौनी खेल गांव के रूप में हुआ है। सीआरपीएफ के डीआईजी ने कहा कि अब बिहार भी खेल के क्षेत्र में आगे जा रहा है। खेल को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए बिहार सरकार ने तय किया है कि हर पंचायत में खेल मैदान का निर्माण हो और यह प्रक्रिया तेजी से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरौनी गांव को वह सौभाग्य मिलने जा रहा है। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेलो इंडिया का गठन किया है और वह खेल बरौनी गांव में इस विशाल और सुसज्जित यमुना भगत स्टेडियम में खेला जाएगा।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद ने कहा कि खेल की भावना को विकसित करने के लिए खेल को प्रत्येक गांव तक पहुंचाने के लिए सरकार तात्पर्य है। हर पंचायत में खेल क्लब का निर्माण होगा। जिसके तहत मेडल लाओ नौकरी पाओ पूरे देश में खेल के प्रति उत्साह जगा है। चंद्र प्रकाश सिंह आनंद जी ने कहा कि हार और जीत एक ही सिक्के के दो पहलू हें। हार जीत की पहली सीढ़ी है। असफलता से घबराएं नहीं बल्कि दोगुनी उत्साह से अपनी कमियों को खत्म करने का प्रयास करें। हमें हार से सबक लेते हुए जीत के लिए सतत प्रयास करते रहना चाहिए। जीवन आगे बढ़ते रहने का नाम है। पहले लक्ष्य तय करें तब रणनीति तय करें और उसके बाद गोल पाने तक प्रयास करते रहें। यही जीवन में हमें सफलता की तरफ ले जाएगा।
मौके पर क्लब के संयोजक संजीव कुमार सिंह मुन्ना, मैच के रेफरी मो. दानिश, असिस्टेंट रेफरी रोशन कुमार, राकेश कुमार, अमन कुमार, हेड आफ रेफरी चिरंजीवी ठाकुर, खेल के संस्थापक सुखदेव दास, ग्रामीण क्लब के सदस्य श्रीदेव सिंह, भोला सिंह, ज्योति सिंह, पूर्व सैनिक संघ के अनुमंडल अध्यक्ष साकेत कुमार के अलावे अन्य अतिथि मौजूद थे।