एसबी विशेष संवाददाता/मदन पुरी
करनाल। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की आयोजित संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर उन्हें कानून व्यवस्था, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, नशे पर प्रहार, बाल श्रम और अवैध खनन सहित अन्य अहम मुद्दों पर आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।
करनाल के मधुबन पुलिस कॉम्प्लेक्स में आयोजित इस बैठक में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री हरविंदर कल्याण भी मौजूद रहे। बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों के साथ हमारा संविधान -हमारा स्वाभिमान अभियान के तहत संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सरकार का चेहरा है और प्रदेश की जनता को उनसे आशाएँ और आकांक्षाएं हैं। सभी अधिकारी आपसी सामंजस्य से कार्य करते हुए लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का कार्य करें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा की वे प्रशासनिक कार्यक्षमता को बढ़ावा देते हुए सुनिश्चित करें कि सरकार की विभिन कल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों का लाभ आम जनता को उनके घरद्वार पर मिले। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रदेश में तीन नए आपराधिक कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन तीन नए आपराधिक कानूनों को पूर्ण रूप से 31 मार्च तक लागू करना सुनिश्चित करें। इसमें अन्य प्रावधानों के अलावा मुख्यत: प्रदेश के सभी न्यायालयों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। इसी प्रकार, ई-समन, ई-चालान को भी लागू किया जाए। इससे गवाहों को अपने ब्यान दर्ज करवाने के लिए कोर्ट में नही जाना पडेगा। तीन नए कानूनों का उद्देश्य लोगों को पारदर्शी और त्वरित न्याय उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का ध्येय है कि निर्दोष को सजा ना हो और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने जिला स्तर पर गठित समिति को महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की सही ढंग से निगरानी कर उचित कार्रवाई के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला में डीसी और एसपी मिलकर नशे के खिलाफ ज्वाइंट आपरेशन चलाए । नशे के काले कारोबार को जड़ से खत्म करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है । इसके लिए अधिकारी समन्वय से कार्य करते हुए नशा माफिया की पहचान करें और नशा की सप्लाई चैन के रैकेट पर प्रहार करते हुए उसे ध्वस्त करें ताकि प्रदेश को पूर्ण रूप से नशामुक्त बनाया जा सके। नशे के खात्मे के लिए सख्त कदम उठाने के साथ -साथ युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक भी किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा मुक्त अभियान के तहत मैराथन भी आयोजित की जा रही हैं। अधिकारी इन मैराथन में युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने हर जिला में सभी नशा मुक्ति केन्द्रों की नियमित निगरानी के निर्देश भी अधिकारियों को दिये । श्री नायब सिंह सैनी ने नशामुक्त हरियाणा बनाने और चिन्हित अपराधों पर कड़ाई से कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें फ्री हैंड दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को मैनुअल स्कैवेंजर के रूप में रोजगार का निषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम के तहत जिला व उपमंडल स्तर पर सतर्कता समिति की बैठकें नियमित रूप से आयोजित करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, बडे हादसों को देखते हुए जिला सड़क सुरक्षा समिति की नियमित बैठक, सुरक्षित वाहन पॉलिसी की निगरानी, हिट एण्ड रन मामलों को कड़ाई से निपटने के निर्देश भी दिये गए।