एसबी ब्यूरो प्रमुख/निर्मल कुमार
कैथल। देशभर से आठ तैराकों की एक टीम ने श्रीलंका और भारत को जोड़ने वाली पाक जलडमरूमध्य में रामसेतु के साथ साथ 28 किलोमीटर रिले तैराकी सफलतापूर्वक पूरी की। जिले के लिए गर्व की बात है कि कैथल जिला के एडीसी दीपक बाबूलाल करवा भी इस टीम का हिस्सा रहे। अर्जुन अवार्डी एवं पैरालिंपियन प्रशांत करमाकर की अगुवाई में इस टीम ने 18 अप्रैल को तलाईमन्नार (श्रीलंका) से धनुष्कोडी (भारत) तक की दूरी आठ घंटे 30 मिनट में तैरकर पूरी की। तैराकी सुबह 5:50 बजे शुरू हुई और दोपहर 2:20 बजे समाप्त हुई।
इस तैराकी का आधिकारिक निरीक्षण भारतीय तैराकी महासंघ द्वारा श्री विजय कुमार के माध्यम से किया गया। जिससे खुले पानी में तैराकी के मानकों का पालन सुनिश्चित हुआ।
युवा तैराकों में प्रशांत करमाकर (पैरालिंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता), आईएएस अभिनव गोपाल (उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मुख्य विकास अधिकारी), आईएएस दीपक बाबूलाल करवा (हरियाणा के कैथल जिले के एडीसी), मुरीगेप्पा चन्ननवर (कर्नाटक पुलिस अधिकारी), राबिन (प्रमुख टीटी रेलवे पश्चिम बंगाल), अमन शानबाग (कर्नाटक के एक एमबीबीएस छात्र), राजवीर सिंह (महेंद्रगढ़ के एक पैरा-खिलाड़ी), चरखी दादरी के रहने वाले राष्ट्रीय एथलीट इशांत सिंह शामिल हैं। तैराकों ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच संतुलन बनाते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
एडीसी दीपक बाबू लाल करवा ने कहा कि पौराणिक राम सेतु के किनारे तैरते हुए, इस तैराकी से उन्होंने फिट इंडिया मूवमेंट का समर्थन, साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना, भगवान राम में धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का सम्मान करना, तैराकी को प्रोत्साहित करना और भारत की विविधता में एकता का जश्न मनाना आदि शक्तिशाली संदेश दिए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त दीपक बाबूलाल करवा ने कहा कि पाक जलडमरूमध्य को पार करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। इस रिले तैराकी में आठ तैराकों ने बारी-बारी से दूरी तय की। उन्होंने कहा कि इस तैराकी ने न केवल तैराकों की शारीरिक क्षमता का पता लगा, बल्कि सहयोग और साझा राष्ट्रीय भावना की ताकत को भी दिखाया। इस सफलता के बाद यह टीम अब जून 2025 में रिले प्रारूप में इंग्लिश चैनल पार करने की तैयारी कर रही है।