संजना भारती/संजय कुमार
नई दिल्ली। समाज कल्याण, एससी/ एसटी कल्याण, चुनाव एवं सहकारिता मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस को लेकर होने वाले आयोजनों की तैयारियों को लेकर दिल्ली पुलिस एवं समाज कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। श्री इन्द्राज ने बैठक में दिल्ली को नशा मुक्त बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग, पुलिस विभाग और शिक्षा विभाग को समन्वय बनाकर प्रयास करने के लिए कहा।
समाज कल्याण मंत्री ने 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर जिलों में होने वाले आयोजनों की प्रगति का विवरण लेते हुए उन्हें और अधिक प्रभावी एवं जन-भागीदारी आधारित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की गरीब और वंचित तबके तक जागरूकता पहुँचाने का हर संभव प्रयास करें। नुक्कड़ नाटकों के मंचन के लिए 64 हॉट स्पॉट का चयन भी इसी आधार पर करें। स्कूल के स्तर पर ही छात्रों को किसी भी परिवार पर नशे की लत से होने वाले शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान के बारे में बताना जरूरी है। युवा वर्ग में नशे के दुष्प्रभावों को लेकर संवाद और प्रेरक गतिविधियों (जैसे नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रदर्शनी, प्रेरक भाषण आदि) को बढ़ावा दिया जाए। श्री इन्द्राज ने जिला स्तर पर समाज कल्याण विभाग को स्थानीय विधायकों एवं डीएम की मदद से नशा मुक्ति के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए।
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि जनसहयोग और मीडिया के सहयोग से नशा मुक्त अभियान के तहत जागरूकता बढ़ाने में व्यापक प्रयास किए जाएंगे। एफएम चैनलों में जिंगल, रणनीतिक जगहों पर आॅडियो-विजुअल माध्यमों के प्रसारण और सिनेमा घरों में भी जागरूकता संदेश प्रसारित किए जाएंगे। अभियान में एनएसएस और एनसीसी के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा।
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि ‘नशा मुक्त, स्वस्थ और सशक्त दिल्ली’ हमारा साझा संकल्प है और इसे साकार करने के लिए सरकार के साथ-साथ समाज, शिक्षा संस्थानों और स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नशामुक्ति केवल एक अभियान नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का आंदोलन है, जिसमें जन-भागीदारी से ही स्थायी बदलाव लाया जा सकता है।
बैठक में प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग दिलराज कौर, विशेष आयुक्त, दिल्ली पुलिस देवेश चंद्र श्रीवास्तव एवं समाज कल्याण विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।