एसबी विशेष संवाददाता/मदन पुरी
करनाल। महाकाल भैरव अखाड़ा के प्रमुख स्वामी कैलाशपुरी जी महाराज ने कहा कि अमेरिका स्वयं अपनी करनी भुगत रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने हथियार बेचने के लिए कई देशों को युद्ध की आग में झोंकने का काम किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो-बाइडेन ने भी जाते-जाते यूक्रेन को रूस के खिलाफ बड़े हमले की इजाजत देकर प्रकृति संतुलन को बिगाड़ने का काम किया। स्वामी कैलाशपुरी जी महाराज ने कहा कि अमेरिका ने हमेशा आकाश धरती ओर पाताल को नुकसान पहुंचाने का ही काम किया है। अमेरिका ने सबसे पहले अंतरिक्ष में पहले चांद से छेड़छाड़ की और फिर धरती पर पहली बार जापान पर परमाणु हमला किया।
अमेरिका ने ही पहली बार परमाणु बमों को छिपाने का काम किया। अमेरिका ही हमेशा दूसरे देशों को लड़वाने के लिए हथियार बेचता आया है। अब दूसरे देशों को तबाही के रास्ते पर लाने वाला अमेरिका न केवल इसके गंभीर परिणाम भुगत रहा है बल्कि आगे भी भुगतेगा। स्वामी कैलाशपुरी जी महाराज ने कहा कि कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी आग ने भीषण तबाही मचाई है। हजारों परिवारों को जान बचाने के लिए पलायन करना पड़ा है। आग ने सैकड़ों घरों को राख में बदल दिया है। बीमा कंपनियों के लिए भी मुश्किल हो गई है, क्योंकि उन्हें अरबों डॉलर का क्लेम देना पड़ेगा। आग ने अपने आगे किसी को नहीं बख्शा। आग के कारण फिल्म स्टार, सेलिब्रिटी के घर भी जले हैं। लेकिन इस दौरान एक घर सबसे ज्यादा चर्चा में है। 90 लाख डॉलर (77.8 करोड़) रुपए की एक हवेली इस तबाही में बच गई है। जबकि उसके चारों ओर सब कुछ जलकर राख हो चुका है। 7 जनवरी को अमेरिका के कैलिफोर्निया में आग लगनी शुरू हुई थी। मगर आज एक हफ्ते के बाद भी पूरी तरह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। आग में अब तक 24 लोगों की जान जा चुकी है। हजारों घर जलकर खाक हो चुके हैं. लगभग लाखों की संख्या में लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब इंसान ने प्रकृति से छेड़छाड़ की है तो उसके गंभीर परिणाम समूची धरती को भुगतने पड़े है। लगातार पहाड़ो को खनन, जंगलों की बबार्दी और प्रकृति से छेड़छाड़ इंसान का स्वभाव बन गया है। उन्होंने कहा कि धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है ओर बढ़ते तापमान से धरती लगातार लाल हो रही है। बड़े बड़े बर्फ के ग्लेशियर पिघल रहे है। बाढ़ और भू संकलन जैसी आपदाओं में लगातार वृद्धि हो रही है।
ज्वालामुखी फटने की घटनाएं बढ़ रही है। भूकंप से लगातार धरती हिल रही है। प्रकृति लगातार इंसान को संकेत दे रही है मगर इंसान इसे समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को चाहिए था कि वो कई देशों में चल रहे युद्ध को रोकने के लिए उचित कदम उठाता। बिगड़ते पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर सख्त कानून बनाता। लेकिन अपने फायदे के लिए अमेरिका ने कुछ नहीं किया। अब अमेरिका स्वयं इस आग में झुलस रहा है। स्वामी कैलाशपुरी जी महाराज ने कहा कि दुनिया का सबसे ताकतवर देश अपने ही देश में समुद्र के किनारे बसे शहर कैलिफोर्निया को बर्बाद होने से ही नहीं बचा पाया तो सोचिए वो प्रकृति के आगे कितना बेबस और लाचार हो गया है। इससे सभी देशों को सबक लेने की जरूरत है।