(एजेन्सी)/प्रयागराज। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मैचे भगदड़ में 30 लोगों की जान गई है। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने दी है। महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ मचने के बाद हमने ग्रीन कॉरिडोर बनाया। उसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस भगदड़ में 60 लोग घायल हुए हैं। 30 में से 25 मृतकों की पहचान हो चुकी है। भारी भीड़ के चलते यह भगदड़ मची थी। हालांकि राहत की बात यह रही कि कुछ देर के अफरा तफरी के बाद स्थिति को पूरी तरीके से नियंत्रित कर लिया गया।
डीआइजी वैभव ने कहा कि आज किसी भी वीआईपी का इलाज नहीं किया गया और महाकुंभ में मौजूद हर व्यक्ति का इलाज बिना प्रोटोकॉल के किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे को अत्यंत दुखद करार दिया और इसमें अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। इस बीच, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भगदड़ को विपक्ष की साजिश बताते हुए इसे जांच का विषय करार दिया है। हादसे के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार बात करने के बाद मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर संपर्क में बने हुए हैं।
महाकुंभ में हुए हादसे के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मृतक के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। सीएम योगी ने कहा कि 30 के आसपास लोगों की मृत्यु हुई है। इसके साथ ही पुलिस के स्तर से भी जांच की बात सीएम योगी की तरफ से कही गई है। महाकुंभ में मची भगदड़ पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मौनी अमावस्या पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए कल शाम 7 बजे से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में एकत्र हुए थे। अखाड़ा मार्ग पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जिसमें 90 से अधिक लोग घायल हो गए और 30 लोगों की मौत, 36 लोगों का इलाज चल रहा है, भीड़ ने अखाड़े के बैरिकेडिंग तोड़ दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना दिल दहला देने वाली है। हम उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। हम कल रात से लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं। मेला प्राधिकरण, पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य जो भी व्यवस्थाएं की जा सकती थीं, उन्हें वहां तैनात कर दिया गया है। सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि घटना की न्यायिक जांच कराई जाएगी। इसके लिए हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। पूरे घटनाक्रम पर हम पूरे दिन मुख्यमंत्री के कंट्रोल रूम, मुख्य सचिव के कंट्रोल रूम और डीजीपी के कंट्रोल रूम से नजर रखते रहे और सुबह से ही प्रशासन से इस संबंध में लगातार संवाद होता रहा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर करतार नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, जो दु:खद हादसा हुआ है, उस हादसे में हमें कुछ पुण्यात्माओं को खोना पड़ा है, कई लोगों को चोट भी आई है। मैं प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा, मैं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हूं। मौनी अमावस्या की वजह से करोड़ों श्रद्धालु आज वहां पहुंचे हुए हैं। कुछ समय के लिए स्नान की प्रक्रिया में रुकावटें आई थी। लेकिन अब कई घंटों से सुचारू रुप से श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। मैं एक बार फिर परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।