(एजेन्सी)/पूर्व कप्तान रवि शास्त्री का मानना है कि जसप्रीत बुमराह की संभावित अनुपस्थिति चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम को काफी कमजोर कर सकती है लेकिन उन्होंने इस मुख्य तेज गेंदबाज की राष्ट्रीय टीम में वापसी में जल्दबाजी नहीं करने की सलाह दी। बुमराह की जनवरी में सिडनी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट में पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था और उन्होंने दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं की थी।उन्होंने तब से भारत के लिए गेंदबाजी नहीं की है, हालांकि उन्हें प्रतिष्ठित वनडे टूनार्मेंट चैंपियंस ट्रॉफी के लिए शुरूआती टीम में शामिल किया गया है।
बुमराह इस समय राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं और बृहस्पतिवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला के लिए वनडे टीम में नहीं हैं। खेल विज्ञान विशेषज्ञों से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को उनकी फिटनेस पर अपडेट देने की उम्मीद है जिसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी पर फैसला लिया जाएगा जो पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित की जाएगी। इसका पहला मैच 19 फरवरी को कराची में होना है जबकि भारत अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा।
शास्त्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रिव्यू में कहा, बुमराह के फिट नहीं होने से भारत की (चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की) संभावना 30 प्रतिशत, नहीं 30 से 35 प्रतिशत कम हो जाएगी। शास्त्री ने कहा, पूरी तरह से फिट बुमराह के खेलने से आपके पास डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की गारंटी होती है। पिछले साल शानदार प्रदर्शन करने वाले बुमराह को आईसीसी के साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेटर के लिए सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी के साथ आईसीसी के साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष टेस्ट क्रिकेटर चुना गया। उन्होंने भारत को 2024 टी20 विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू में कहा, टेस्ट श्रृंखला में मेरी सबसे बड़ी चिंता यह थी कि बुमराह के पास बैकअप के तौर पर शमी नहीं थे और उन्हें गेंदबाजी की ज्यादातर जिम्मेदारी उठानी पड़ी।