(एजेन्सी)/नई दिल्ली। केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्रीपाद येसो नाइक ने वितरण कंपनियों के कुल तकनीकी और वाणिज्यिक नुकसान (एटीएंडसी) को लेकर चिंता जताते हुए इसमें सुधार लाने की वकालत की। उन्होंने इसके लिए नेटवर्क में सुधार, नई प्रौद्योगिकी को अपनाने तथा बिलिंग और संग्रह दक्षता में सुधार के जरिये इसे दुरुस्त करने को कहा। आधिकारिक बयान के अनुसार, नाइक ने देश में वितरण कंपनियों को व्यावहारिक बनाने से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए गठित मंत्री समूह की पहली बैठक की डिजिटल माध्यम से अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। बैठक में उन्होंने वितरण कंपनियों के एटी एंड सी घाटे के बारे में चिंता व्यक्त की जो वैश्विक औसत छह से आठ प्रतिशत से कहीं अधिक है। उन्होंने नेटवर्क में सुधार, नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने और बिलिंग और संग्रह दक्षता में सुधार करके इसे सुधारने की आवश्यकता बतायी। नाइक ने कहा कि डिस्कॉम (वितरण कंपनियों) की व्यवहार्यता में सुधार के लिए विशेष रूप से देश में बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक निवेश के संदर्भ में, सभी पक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने गुजरात की वितरण कंपनियों का जिक्र करते हुएवित्तीय प्रदर्शन में सुधार के लिए वहां के डिस्कॉम की तरफ से उठ गए कदमों को समझने का सुझाव दिया।