संजना भारती संवाददाता
असंध। हरियाणा में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती को बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें सर्व समाज की भागीदारी रही। गांव सालवन में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने महाराणा प्रताप को नमन करते हुए कहा कि वे केवल योद्धा ही नहीं बल्कि स्वाभिमान, शौर्य और बलिदान के जीवंत प्रतीक हैं। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सालवन गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम मोहन सिंह के नाम पर करने की घोषणा की। असंध में महाराणा प्रताप धर्मशाला बनवाने के लिए 21 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सालवन द्वारा जमीन उपलब्ध करवाने पर खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। असंध में एचएसवीपी का सेक्टर विकसित करने के संबंध में फिजिबिलिटी चैक करवाकर इसे विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने असंध विधानसभा क्षेत्र की 54 सड़कों, जिनकी लंबाई 186 किलोमीटर है, उनकी स्पेशल रिपेयर के लिए 88 करोड़ रुपये की घोषणा की। इसके अलावा, 16 अन्य सड़कों, जिनकी लंबाई 91.49 किलोमीटर है, की भी स्पेशल रिपेयर करवाई जाएगी। साथ ही, 123 किलोमीटर लंबाई की 41 अन्य सड़कों को भी ठीक करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव सालवन से निकल रही ड्रेन को भी पक्का किया जाएगा। नायब सिंह सैनी ने असंध बाइपास के सुदृढ़ीकरण के लिए 9 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। कोहंड से असंध रोड की स्पेशल रिपेयर के लिए 34 करोड़ 37 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने असंध विधानसभा क्षेत्र में सामुदायिक भवनों के निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा, असंध विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए अलग से 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने वीर सपूत महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महापुरुष पूरे राष्ट्र की धरोहर होते हैं, उनका व्यक्तित्व हमें देशभक्ति, आपसी भाईचारे और एकता की महान परंपराओं को और अधिक मजबूत बनाने तथा प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप सिर्फ इतिहास की उन विभूतियों में से एक हैं, जिन्होंने न कभी झुकना सीखा और न ही कभी हार मानना सीखा। वे हमारे योद्धाओं, शासकों और युवाओं की प्रेरणा हैं।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत-श्याम सिंह राणा: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने समाज व राष्ट्र के लिए जो कार्य किए हैं, युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने अकबर के साथ कभी समझौता नहीं किया। महाराणा प्रताप के शौर्य का उदाहरण दुनिया के नेता देते हैं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के शासन काल में जो डेवलपमेंट के कार्य हुए, वो हमारे लिए सतत प्रेरणा के स्रोत हैं।
महाराणा प्रताप ने सर्व समाज और पूरे भारत की लड़ाई लड़ी; योगेंद्र राणा: कार्यक्रम में असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने कहा कि महाराणा प्रताप ने सर्व समाज व पूरे भारत के लिए लड़ाई लड़ी। देश में अनेक महापुरुष हुए हैं। लेकिन राज्य स्तर पर उनकी जयंती मनाने का फैसला पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल में आरंभ हुआ। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से सीख लेनी चाहिए। महापुरुषों के बताए रास्ते पर चलना चाहिये। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने भी सर्व समाज को साथ लेकर चलने का संदेश दिया। इसके साथ-साथ उन्होंने हलके से जुड़ी विभिन्न मांगे मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।
महापुरुषों से राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा लेनी चाहिए: रामकुमार कश्यप-इससे पहले इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप ने लोगों को महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं व बधाई दी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को महापुरुष के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके दिखाए रास्ते पर चलते हुए राष्ट्र निर्माण में सहयोग करना चाहिये। कश्यप ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी मुगलों की अधीनता को स्वीकार नहीं किया। महाराणा प्रताप के दिखाए रास्ते पर चलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज देश के सम्मुख उत्पन्न चुनौतियां सामना करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेश राणा, राजस्थान के विधायक रवींद्र भाटी, हरियाणा के पूर्व मंत्री संजय सिंह, जिला अध्यक्ष प्रवीन लाठर, गांव सालवन के सरपंच जयदीप फौजी, हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नरेश चौहान, पूर्व विधायक रेखा राणा, चेयरमैन अमरपाल राणा, पूर्व विधायक शशि परमार, राजपूत सभा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश चौहान, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के प्रतिनिधि कविंद्र राणा, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य भूपेंद्र चौहान, सूरजपाल अम्मू, भाजपा नेता सोहन सिंह राणा ने भी विचार रखे।