संजना भारती संवाददाता
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार दीनबंधु सर छोटूराम के आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश को विकास और जनकल्याण के मामले में देश का मॉडल राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्प है। रहबर-ए-आजम चौ. छोटूराम ने जीवन पर्यंत किसानों, मजदूरों व गरीबों के कल्याण के लिए संघर्ष किया। उन्होंने किसानों, मजदूरों और छोटे दुकानदारों के हितों के लिए कार्य किये।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को रोहतक जिला में अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय परिसर में रहबर-ए-आजम चौ. छोटूराम के 144 वें जन्मोत्सव में बतौर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने जाट शिक्षण संस्थान परिसर में स्थित चौ. छोटूराम के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने भी पुष्प अर्पित चौ. छोटूराम को नमन किया। अतिथियों ने जाट कॉलेज के सभागार में हरियाणवी विरासत पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
श्री नायब सिंह सैनी ने अपने स्वैच्छिक कोष से जाट शिक्षण संस्था को 31 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके अलावा, शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने भी संस्था को 21 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संस्था की मांगों के संदर्भ में कहा कि महारानी किशोरी महिला महाविद्यालय में होस्टल के लिए संस्था द्वारा नियमानुसार मैचिंग ग्रांट के रूप में पैसा जमा करवाने उपरांत सरकार की ओर से 10 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा, संस्था द्वारा रखी गई अन्य मांगों की फिजिबिलिटी चैक करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौ. छोटूराम का जीवन एक संदेश है कि अगर हम संकल्प लें और मेहनत करें, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। चौधरी छोटूराम बहुमुखी प्रतिभा, विचारशील, विवेक एवं सिद्धांतवादी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने गरीबों, दलितों, शोषितों एवं उपेक्षित लोगों के उत्थान एवं सम्मान के लिए जीवनभर लड़ाई लड़ी। गरीबों के सच्चे हमदर्द होने के कारण ही वे दीनबंधु कहलाए।
उन्होंने कहा जनता ने मजबूत राजनीतिक सोच के नेतृत्व को देश की कमान सौंपी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में भारत का गौरव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार में जन्में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री का सपना है कि अब कोई भी बच्चा धन के अभाव में शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहे।
सरकार प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं के साथ मिलकर गरीब बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2025 के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रदेश में लागू किया जाएगा।
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम शुरू किये गए है।