संजना भारती संवाददाता
अरुण भारती
भागलपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने पूर्व विधान पार्षद, राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले महान व्यक्तित्व, दलित समाज के प्रेरणास्रोत, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थायी सदस्य एवं विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे श्रद्धेय कामेश्वर चौपाल जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
शोक संदेश में श्री चौबे ने कहा, “कामेश्वर चौपाल जी से मेरा चार दशक पुराना राजनीतिक और पारिवारिक संबंध रहा है। उनके साथ कई बार कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। वे भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और सामाजिक समरसता के प्रतीक थे। उनका जीवन सेवा, समर्पण और संघर्ष की मिसाल रहा है। उनका निधन बिहार ही नहीं, संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में असंभव है।”कामेश्वर चौपाल जी ने संपूर्ण जीवन धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्रसेवा में समर्पित किया। दलित समाज के सशक्त नेता के रूप में वे सदैव वंचितों, शोषितों और समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्यरत रहे। राम मंदिर आंदोलन में उनकी ऐतिहासिक भूमिका अविस्मरणीय रहेगी। उनकी निष्ठा, संघर्ष और सेवा भाव आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।
श्री चौबे ने कहा,”भगवान श्रीराम से प्रार्थना करता हूं कि वे पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करे।