एसबी विशेष संवाददाता
करनाल। गुरु रविदास जागृति मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक सुनील दास ने कहा कि संत शिरोमणी रविदास जी ने अपनी वाणी में मानव धर्म को सबसे बड़ा धर्म बताया है। हमें उनसे प्रेरणा लेते हुए जाति पाति का भेदभाव नही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज ठीक रास्ते पर आगे बढ़े, इसके लिए जरूरी है कि समाज संगठित हो और समाज में भेदभाव पैदा न हो। सभी माता पिता अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ साथ संस्कारवान बनाएं। तभी समाज आगे बढ़ेगा।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के तत्वाधान में किसान भवन परिसर में आयोजित किए गए कार्यक्रम में संत शिरोमणी रविदास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करके नमन किया गया। इसके उपरांत लडडुओं का प्रसाद वरताया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने की। किसान नेता मान ने कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास जी ने अपनी वाणी में और दोहों के माध्यम से समाज के प्रत्येक पक्ष को छुआ है, जो उन्होंने सैंकडों वर्ष पहले कहा था कि आज भी उनकर वाणी प्रासंगिक है। उनकी वाणी ने यह सिद्व किया है कि मप चंगा तो कठौती में गंगा यानि यदि मन पवित्र और निर्मल है तो किसी भी स्थान पर किया गया कार्य पवित्र होगा। बाहरी आडंबरों की बजाए आंतरिक शुद्वता अधिक महत्वपूर्ण है।