एसबी विशेष संवाददाता/मदन पुरी
करनाल। करनाल में निकाय चुनाव के लिए अभी कुछ दिन बाकी है उससे पहले ही कांग्रेस पार्टी को करनाल में बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री मंगलवार दोपहर बाद करनाल पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व में मनोहर लाल खट्टर के सामने विधायक का चुनाव लड़ चुके सरदार त्रिलोचन सिंह जोकि पिछले 34 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक खुराना, प्रवेश गाबा सहित उनके टीम को भारतीय जनता पार्टी का पटका पहना कर भाजपा में शामिल करवाया।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरदार त्रिलोचन सिंह लंबे समय से कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहे थे, लेकिन उन्होंने देखा कि कांग्रेस पार्टी में भाई भतीजाबाद है और वह भ्रष्टाचारी पार्टी है, जिसके चलते उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ उनकी पूरी टीम ने ज्वाइन किया है और बीजेपी पार्टी में इनको पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा।
डिपोर्ट होकर आए युवाओं को पुलिस की वैन में लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री को चश्मा लगाकर देखना चाहिए था कि वह कैदियों वाली वैन नहीं थी वो हरियाणा पुलिस की वैन थी, जिसमें हरियाणा पुलिस के जवान एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं। मुख्यमंत्री ने हरियाणा के लोगों से अपील की कि वह डोंकी के जरिए अमेरिका ना जाए। इससे उनके पैसों की बर्बादी होती है उनको यातनाओं का सामना करना पड़ता है। उनके परिवार को भी काफी पीड़ा होती है और पैसा गंवाना पड़ता है। हरियाणा सरकार के द्वारा बेरोजगार युवाओं को विदेश में भेजने के लिए पहले से काम किया जा रहा है उसमें वो एक नंबर से विदेश में जाकर अपनी स्किल के आधार पर पैसा कमाते हैं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली ने बोलते हुए कहा कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी का कुनबा बढ़ता हुआ जा रहा है और नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बड़े मतों से जीत होने वाली है।
वर्किग डिस्टिक प्रेजिडेंट अशोक खुराना ने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी के 34 साल कांग्रेस को दिए है। जो मान-सम्मान मुझे मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला। अब निकाय चुनाव में वह कांग्रेस से मेयर पद की टिकट की मांग कर रहा था जो उन्हें नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके साथ वादा करके वादा खिलाफी की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की हाजरी में उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया। आज सुबह कांग्रेस नेता जिनमें लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी रहे दिव्यांशु बुद्धिराजा और कांग्रेस मेयर प्रत्याशी मनोज वाधवा सहित अन्य नेता उनके घर मनाने के लिए आए थे, लेकिन उन्होंने कहा कि अब देर हो चुकी है उन्होंने अपना निर्णय ले लिया है।
त्रिलोचन सिंह बोले- अब वो कांग्रेस के नहीं रही वहीं, त्रिलोचन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सन 1982 से वह कांग्रेस के साथ जुड़े हुए है, लेकिन अब वो कांग्रेस विचारधारा वाली कांग्रेस नहीं रही है। हरियाणा में कांग्रेस का वजूद खत्म होता दिखाई दे रहा है। पहले कार्यकर्ताओं की सुनवाई होती थी, उनके काम होते थे।