(एजेन्सी), नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी यानी गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इनके साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। उप राज्यपाल विनय सक्सेना ने मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
दिल्ली की नई सरकार के शपथग्रहण में मुख्यमंत्री के साथ छह मंत्री भी शपथ ली। प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, पंकज सिंह, मनजिंदर सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्राज दिल्ली में कैबिनेट मंत्री बने।
बीजेपी 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में लौटी है। सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद वह अब दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं। 50 वर्षीय गुप्ता ने 5 फरवरी को हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी आम आदमी पार्टी (आप) प्रतिद्वंद्वी बंदना कुमारी के खिलाफ 29,000 से अधिक वोट हासिल करके शालीमार बाग सीट जीती। काम ही पहचान (मेरा काम ही मेरी पहचान है), एक टैगलाइन है जिसे वह अपनी वेबसाइट पर अपने अभियानों के लिए उपयोग करती है।
ऐतिहासिक रामलीला मैदान दिल्ली की नई मुख्यमंत्री व मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह का गवाह बना है। 27 साल बाद भाजपा की सत्ता पर वापसी ने हर किसी धर्म व वर्ग पर अपनी विशेष छाप छोड़ी है। इसकी झलक बृहस्पतिवार को शपथ ग्रहण समारोह में दिखी। यहां सर्वधर्म के लोग दिखे।
उत्साह इतना था कि रामलीला मैदान लोगों से भर गया था। ऐसे में समय से नहीं पहुंचने वाले लोगों को समारोह बाहर से ही देखना पड़ा। कई लोग समारोह में शामिल नहीं हो सके, जिससे कई लोग मायूस नजर आए। सुरक्षाकर्मी भी ऐसे लोगों को सुरक्षा के मद्देनजर हटा रहे थे। शालीमार बाग से कई लोग समारोह में शामिल होने के लिए सुबह पहुंचे थे। इन्हीं में से कुछ लोगों को अंदर प्रवेश नहीं मिला। मोहम्मदपुर गांव से आए भरत डागर ने बताया कि वह कई घंटे लंबी लाइन में लगे रहे, लेकिन मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने अंदर प्रवेश नहीं दिया।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना शामिल हुए।
इसके अलावा, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। हालांकि कुछ मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्यों में जारी बजट सत्र के कारण उपस्थित नहीं हो पाए।