एसबी संवाददाता
चंडीगढ़। नायब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सुशासन दिवस पर व्यापारियों और कर-दाताओं की सुविधा के लिए बुधवार को जिला रेवाड़ी में कर-भवन तथा सभी 27 जी.एस.टी. कार्यालयों में सुविधा केंद्रों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इन जीएसटी सुविधा केंद्रों में व्यापारियों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिलेंगी। यह केन्द्र व्यापारियों और उद्यमियों के लिए रजिस्ट्रेशन, रिटर्न फाइल, टैक्स भुगतान और जी. एस.टी. कानून से संबंधित परामर्श जैसे कई महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करेगा। यही नहीं, यहां व्यापारियों को ई-वे बिल और अन्य आॅनलाइन प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इन केंद्रों में डिजिटल तकनीक का उपयोग करके कार्य प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है, जिससे व्यापारियों के समय और संसाधनों की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जीएसटी सुविधा केंद्र प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक राष्ट्र-एक कर की सोच को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान करेंगे। जी.एस.टी. सुविधा केंद्र ‘विकसित हरियाणा विकसित भारत’ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. आजादी के बाद सबसे बड़ा अप्रत्यक्ष कर सुधार है। इससे देश के बाजार में बदलाव आया है। इससे कई अप्रत्यक्ष टैक्स खत्म हो गये हैं। जी.एस.टी. से व्यापार और उद्योग क्षेत्र को कई फायदे हुए हैं।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा प्रदेश टैक्स सुधारों को लागू करने में सदैव अग्रणी रहा है। आज जी.एस.टी. संग्रह में हरियाणा सबसे अधिक वृद्धि करने वाले राज्यों में से एक है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल जी. एस.टी. संग्रह में हरियाणा 5वें स्थान पर तथा प्रति व्यक्ति जी.एस.टी. संग्रह में प्रमुख राज्यों में पहले स्थान पर है। प्रदेश सरकार ने गुरुग्राम में स्टार्टअप की मदद के लिए जी.एस.टी. सुविधा सेल का शुभारंभ किया है। इसमें स्टार्ट-अप को पंजीकरण से लेकर रिटर्न दाखिल करने तक एंड-टू-एंड मदद मिलती है। इसी प्रकार वाणिज्य भवन, पंचकूला में एम.एस.एम.ई. जी.एस.टी. सुविधा सेल का शुभारंभ किया गया है। इससे छोटे उद्यमियों को आसानी से जी.एस.टी. अनुपालन करने में मदद मिल रही है। इसके अलावा, सरकार ने व्यापार संघों, टैक्स बार संघों, चार्टर्ड अकाउंटेंट संघों और अन्य संबंधित हितधारकों के साथ हर महीने के दूसरे शुक्रवार को रेंज और जिला स्तर पर बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया है। इससे आपसी विश्वास, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।