एसबी संवाददाता
वाराणसी। मैथिल समाज, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में रविवार को हिन्दी के तीर्थ भारतेन्दु भवन, चौखम्बा में मिथिला कैलेंडर लोकार्पण सह सम्मान का कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कवि कोकिल विद्यापति के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके आगत अतिथियों द्वारा किया गया।
सम्मान के क्रम में दी बनारस बार एसोसिएशन के सतीश तिवारी और महामंत्री शशांक श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णकांत दीक्षित, कनिष्ठ उपाध्यक्ष राघवेंद्र दूबे, उपाध्यक्ष दीपक राय कान्हा को मिथिला संस्कृति के प्रतीक पाग, सन्त शिरोमणि परमहंस लक्ष्मीनाथ गोंसाई और महर्षि गौतम का चित्र, माला और सॉल से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए बनारस बार के अध्यक्ष सतीश तिवारी ने कहा कि मिथिला कैलेंडर गागर में सागर भरने का काम कर रहा है मिथिला परंपरा अनुसार घर-घर उपयोगी गोसाउनिक गीत, दूर्वाक्षत मंत्र, यज्ञोपवीत धारण मंत्र (1) वाजसनेयिनां, (2) छन्दोगनां मंत्र और गायत्री मंत्र का समावेश बहुत ही प्रशंसनीय है।
मिथिलांचल के लोग इस कैलेंडर का इन्तजार बेसब्री करते हैं ज्ञानवर्धक के साथ साथ यह बहुउपयोगी भी है। मिथिला पंचांग के अनुसार शुभ लगन, विवाह, मुण्डन, उपनयन, गृहप्रवेश आदि पंचांग के अनुसार के अनुसार है जो सभी के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम कि अध्यक्षता करते हुए काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ अत्रि भारद्वाज ने कहा कि इस वर्ष कैलेंडर में मिथिला के ऋषि परम्परा को दशार्या गया है जो बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है सप्त ऋषियों में महर्षि गौतम, सन्त शिरोमणि परमहंस लक्ष्मीनाथ गोंसाई, ऋषि कणाद, प्रात: स्मरणीय पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द, महाकवि कालिदास और कवि कोकिल विद्यापति के बारे में संक्षिप्त और ज्ञानवर्धक जानकारी दी गई है। नई पीढ़ी के युवा इस कैलेंडर के माध्यम से अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व की अनुभूति करेंगे। आज के युवाओं को अपने पूर्वजों से मिले महान विरासत को सहेजने और संवारने का काम करना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में बीएचयू हिन्दी विभाग के वरिष्ठ प्रो प्रभात कुमार मिश्र ने अपने उद्गार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात साहित्यकारा डा सविता ‘सौरभ’, डा छाया शुक्ल, सुरेन्द्र नाथ पाण्डेय, वरिष्ठ अधिवक्ता विन्ध्याचल चौबे, प्रेम प्रकाश सिंह गौतम, अमित तिवारी, साहित्यकार डा जय शंकर जय, डा रवि झा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन/संचालन गौतम कुमार झा (एडवोकेट) ने किया। विषय स्थापना संस्था के कोषाध्यक्ष डा विजय कपूर ने किया।
स्वागत भारतेंदु हरिश्चन्द्र के वंशज दीपेश चन्द चौधरी ने और धन्यवाद संस्था के प्रदेश अध्यक्ष निरसन कुमार झा एडवोकेट ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख से सुधीर चौधरी, डा जयशंकर जय, हरिमोहन पाठक, नटवर झा, अमित तिवारी, भगीरथ मिश्र, बृष्टि, सुरभि सुन्दरी आदि लोग उपस्थित थे।