एसबी विशेष संवाददाता/मदन पुरी
करनाल। स्वच्छ सर्वेक्षण के नतीजों में शीर्ष स्थान अर्जित करने को लेकर नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा प्रयासरत हैं। इसे लेकर शहर की साफ-सफाई को ओर सुदूढ़ करने के लिए वह लगातार शहर के दौरे कर रही हैं। इसके साथ-साथ डोर टू डोर कूड़ा एकत्रीकरण को भी चैक किया जा रहा है।
मंगलवार को दौरे में उन्होंने जोन नम्बर 1 के बसंत विहार, मंगलपुर व कैलाश गांव में जाकर साफ-सफाई व कूड़ा एकत्रीकरण को चैक किया। इस दौरान उन्होंने सम्बंधित बीट के सुपरवाईजर को निर्देश दिए कि सफाई कर्मियों में बराबर गलियां व क्षेत्र विभाजित किए जाएं। इसके साथ उन्होंने गलियों की गहन सफाई करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने दरौगा, सुपरवाईजर व सफाईकर्मियों के हाजिरी रजिस्टरों की भी जांच की। हाजिरी के अनुसार सभी कर्मचारी ड्यूटी में मौजूद मिले। दौरे में उनके साथ अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार भी मौजूद रहे। निगमायुक्त डोर टू डोर कूड़ा एकत्रीकरण को देखने के लिए टिप्पर के साथ-साथ पैदल चली।
गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग लिया जा रहा है या नहीं, इसे भी देखा। एक टिप्पर में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए विभाजन नहीं था, जिस पर चालक को विभाजन करने के सख्त निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त एक टिप्पर तय गति पर न चलकर अधिक गति से चल रहा था और उसके साथ हैल्पर भी नहीं था, जिस कारण उन्होंने सुगम स्वच्छता एजेंसी पर 5 हजार रुपये का जुमार्ना लगाने के अतिरिक्त निगम आयुक्त को निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासियों से बात कर साफ-सफाई व कूड़ा एकत्रीकरण की फीडबैक भी ली।
निगमायुक्त की नागरिकों से अपील- निगमायुक्त ने नागरिकों से शहर की बेहतर साफ-सफाई बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सफाई करने से नहीं बल्कि रखने से होती है। उन्होंने कहा कि वह कचरे को सडक पर या इधर-उधर न फैंके, बल्कि उसे कचरा संग्रहण वाहन या डस्टबिन में ही डालें। गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग रखें, ताकि उसका उचित निस्तारण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को, न गंदगी करेंगे और न ही किसी को करने देंगे का संकल्प लेना चाहिए।